Location : Madhya Pradesh पता : मध्यप्रदेश
Specialization : Gau Katha, Shri Ram Katha, Bhagwat Katha. विशेषज्ञता : गौ कथा, श्री राम कथा , भागवत कथा
Mobile Number : +91 7011125775
Departure From :Customizable यहां से प्रस्थान :अनुकूलन
Birthplace: Village Sedaramata, Tehsil Sitamau, District Mandsaur, Madhya Pradesh
Education: Revered Gurudev Sant Shri Rajendra Das Ji Maharaj, Malook Peeth, Vrindavan
Initiation and Renunciation Guru: Revered Gwal Sant Shri Gopalanand Saraswati Ji Maharaj
Gurukul: Vrindavan
Established Organization: Madhya Pradesh Gau Seva Samiti
Position: State Coordinator
Number of Discourses: 245 (195 Gau Kathas, 30 Bhagwat Kathas, 20 Ram Kathas)
Discourses Began: Started in 2018 with the first Gau Katha from the birthplace
Specifically, Gurudev taught us the study of the Srimad Bhagavad Gita, Srimad Bhagwat Mahapuran, and Sri Ramcharitmanas by sitting us close. He then himself ascended the Vyas Peeth (the seat of honor for recitation), and after studying all the Puranas, he extracted essential aspects of serving and protecting the Cow Mother, which are included in his Gau Kathas. Through Gau Katha, narratives from the 4 Vedas, 6 Shastras, and 18 Puranas are presented
जन्मभूमि: ग्राम सेदरामाता, तहसील सीतामऊ, जिला मन्दसौर, मध्य प्रदेश
शिक्षा: परम् पूज्य गुरुदेव संत श्री राजेंद्र दास जी महाराज, मालूक पीठ, वृंदावन
दीक्षा एवं संन्यास गुरू: परम् पूज्य ग्वाल संत श्री गोपालानंद सरस्वती जी महाराज
गुरुकुल: वृंदावन
स्थापित संगठन: मध्य प्रदेश गो सेवा समिति
पद: प्रदेश संयोजक
कथा संख्या: 245 (195 गो कथा, 30 भागवत कथा, 20 राम कथा)
कथा प्रारंभ: 2018 में जन्मभूमि से प्रथम गो कथा से शुरूवात
विशेष रूप से, श्रीमद्भागवत गीता, श्रीमद्भागवत महापुराण, और श्रीरामचरितमानस का अध्ययन गुरुदेव ने हमे पढ़ाया पास बिठाकर
ओर फिर व्यास पीठ पर भी गुरुदेव ने उनके हाथ से बिठाया
,जिसके बाद वे व्यास पीठ पर बैठे। समस्त पुराणों का अध्ययन कर उन्होंने गो माता की सेवा और रक्षा की महत्वपूर्ण बातें निकालीं, जो उनकी गो कथाओं में समाहित होती हैं। गो कथा के माध्यम से 4 वेद, 6 शास्त्र, और 18 पुराणों की सभी कथाएं प्रस्तुत की जाती हैं।