Location : Jaipur , Rajasthan पता : जयपुर , राजस्थान
Specialization : Shri Ram Katha, Bhagwat Katha, Shiva Katha, rituals विशेषज्ञता : श्री राम कथा , भागवत कथा , शिव कथा, आनुष्ठान
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Departure From : Customizable यहां से प्रस्थान :अनुकूलन
Acharya Hitendra Krishna Shastri is a reputed religious scholar and spiritual Acharya. He was born on 12th July 1972 in village Bhogipura, Post Kalsara, Tehsil Bayana, District Bharatpur, Rajasthan. Acharya Ji received his education from Shri Madhav Sanskrit Mahavidyalaya, Govardhan.
Religious and Spiritual Contribution:
Kathas:
Acharya Hitendra Krishna Shastri has done around 500 religious kathas so far. These kathas are mainly based on Bhagwat Katha, Durga Path, Geetapath, Bhagwat Mool Path, Mahamrityunjay etc.
Practical Life:
Experience and Knowledge: Acharya Ji’s uncle, Balkrishna Acharya Ji, is an old and experienced Bhagwat Acharya. Acharya Hitendra Krishna Shastri has increased his religious and spiritual knowledge under his guidance.
Rituals and Puja: Acharya Ji is well versed in rituals like Durga Path, Geetapath, Bhagwat Mool Path, and Mahamrityunjay. He is an expert in performing religious rituals in a classical way.
Astrology: He also has a deep understanding of astrology, and is adept at singing shlokas and studying religious scriptures.
Spiritual Life: Acharya Hitendra Krishna Shastri’s spiritual life is full of dedication and devotion. He remains engaged in special devotion and reverence for Ishwar Maayi.
Distinctive Features:
Devotion and Faith: Acharya ji’s devotion and reverence are the main characteristics of his personality. He has a deep interest in religion and spirituality and inspires his followers to follow the same path.
Dedication: He remains engaged in his work with complete dedication and devotion, be it religious rituals or astrological consultations.
Spiritual Leadership: He is an inspirational spiritual leader and inspires his followers to follow the path of true devotion and religion.
Acharya Hitendra Krishna Shastri’s contribution is not only significant in the religious and spiritual fields, but he is also dedicated to spreading positivity and spirituality in the society. Under his guidance, many people are inspired to follow the spiritual path and devote their lives to religion and devotion.
आचार्य हितेंद्र कृष्ण शास्त्री एक प्रतिष्ठित धार्मिक विद्वान और अध्यात्मिक आचार्य हैं। उनका जन्म 12 जुलाई 1972 को गाँव भोगीपुरा, पोस्ट कलसरा, तहसील बयाना, जिला भरतपुर, राजस्थान में हुआ था। आचार्य जी ने श्री माधव संस्कृत महाविद्यालय, गोवर्धन से अपनी शिक्षा प्राप्त की।
धार्मिक और आध्यात्मिक योगदान:
कथाएँ:
आचार्य हितेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अब तक लगभग 500 धार्मिक कथाएँ की हैं। ये कथाएँ मुख्यतः भागवत कथा, दुर्गा पथ, गीतापाठ, भागवत मूल पथ, महामृत्युंजय आदि पर आधारित होती हैं।
व्यावहारिक जीवन:
अनुभव और ज्ञान: आचार्य जी के चाचा, बालकृष्ण आचार्य जी, एक पुराने और अनुभवी भागवत आचार्य हैं। आचार्य हितेंद्र कृष्ण शास्त्री ने उनके मार्गदर्शन में अपना धार्मिक और आध्यात्मिक ज्ञान बढ़ाया है।
अनुष्ठान और पूजा: आचार्य जी दुर्गा पथ, गीतापाठ, भागवत मूल पथ, और महामृत्युंजय जैसे अनुष्ठानों में पारंगत हैं। वे धार्मिक अनुष्ठानों को शास्त्रीय विधि से सम्पन्न करने में माहिर हैं।
ज्योतिष: ज्योतिष शास्त्र में भी उनकी गहरी समझ है, और वे श्लोक गायन तथा धार्मिक शास्त्रों के अध्ययन में निपुण हैं।
आध्यात्मिक जीवन: आचार्य हितेंद्र कृष्ण शास्त्री का आध्यात्मिक जीवन समर्पण और भक्ति से भरा हुआ है। वे ईश्वर माई की विशेष भक्ति और श्रद्धा में संलग्न रहते हैं।
विशिष्ट विशेषताएँ:
भक्ति और श्रद्धा: आचार्य जी की भक्ति और श्रद्धा उनके व्यक्तित्व की प्रमुख विशेषताएँ हैं। वे धर्म और अध्यात्म में गहरी रुचि रखते हैं और अपने अनुयायियों को भी इसी मार्ग पर प्रेरित करते हैं।
समर्पण: वे अपने कार्यों में पूर्ण समर्पण और निष्ठा के साथ लगे रहते हैं, चाहे वह धार्मिक अनुष्ठान हो या ज्योतिषीय परामर्श।
आध्यात्मिक नेतृत्व: वे एक प्रेरणादायक आध्यात्मिक नेता हैं और अपने अनुयायियों को सच्ची भक्ति और धर्म के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं।
आचार्य हितेंद्र कृष्ण शास्त्री का योगदान न केवल धार्मिक और आध्यात्मिक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण है, बल्कि वे समाज में सकारात्मकता और आध्यात्मिकता का प्रसार करने के लिए भी समर्पित हैं। उनके मार्गदर्शन में, अनेक लोग आध्यात्मिक मार्ग पर चलने की प्रेरणा पाते हैं और अपने जीवन को धर्म और भक्ति के प्रति समर्पित करते हैं।