Location : Indore , Madhya Pradesh पता : इंदौर , मध्यप्रदेश
Specialization : Shri Ram Katha, Bhagwat Katha, Shiv Katha विशेषज्ञता : श्री राम कथा , भागवत कथा , शिव कथा
Mobile Number : +91 7011125775
Departure From : Customizable यहां से प्रस्थान : अनुकूलन
Kamal Giri Goswami* is a reputed and renowned mythological storyteller who resides in
Shankar Giri Ashram*. He was born in 1957 in Bhama, District Nursingpur, Madhya Pradesh. He has been continuously presenting religious stories for the last 26 years, which include
Shri Mad Bhagwat Mahapuran Katha, Narmada Purana, Shri Ram Katha, Shiva Mahapuran, Vishnu Purana, and **Devi Bhagwat Mahapuran*.
Religious and Spiritual Contribution:
Early Life and Inspiration:
Family Religious Tradition: Maharaj Shri Kamal Giri Goswami’s elder brother, Swami Mahendranand Ji, resides in Swami Premanand Ashram Jilhari Ghat, Jabalpur and currently in Amareshwar Mahadev Temple, Amarkantak. With his guidance and blessings, Kamal Giri Goswami made his mark in religious story reading.
Spiritual Guide: He received blessings from many saints and mahants including Shankaracharya Bhagwan Dwipithadhishwar Swami Swaroopanand Ji Saraswati and Shankaracharya Puri Peethadhishwar Swami Nischalanand Ji Saraswati.
Religious stories and teachings:
Shiv Mandir and Sant Samadhi Sthal: He has special attachment to the ancient Shiva temple and living saint Samadhi Sthal located in village Bhama.
Journey of Kathavachan: He has presented 625 religious stories so far and is propagating the glory of Hindu Sanatan Dharma with his powerful voice.
Dharma Prachar: With his inspiration, 18-20 new storytellers have been prepared, who are active in religious propagation.
Participation in special religious events:
Shri Narmada Jayanti: Special event on the occasion of Narmada Jayanti.
Hanuman Janmotsav: Grand program on the festival of Hanuman Janmotsav.
Omkareshwar Jyotirlinga: Celebrating Aadya Shankaracharya’s birth anniversary at Omkareshwar Jyotirlinga pilgrimage site.
Goals and objectives:
Propagation of religion: Maharaj ji’s main goal is to spread the glory of Shiva, Ram, Krishna and the glorious history of India to the people.
Hoisting the flag of Sanatan Dharma: To hoist the flag of Hindu Sanatan Dharma through his powerful voice in various provinces of India.
Preservation of culture and tradition: Preservation and promotion of India’s Sanatan tradition, rituals, culture, Vedic dignity, and governance system.
Contributions and achievements:
Religious education: He has given religious education to many youth and inspired them on the religious path.
Huge Shivling: Installation of huge 11 feet Maha Shivling in Amareshwar Mahadev temple.
Devotion to religion: His loyalty and dedication has made him popular in various provinces of India.
Kamal Giri Goswami Ji has dedicated his life to religion and spirituality and his stories and teachings are spreading positivity and religiousness in the society. Through his efforts, the teachings and traditions of Hinduism are reaching the coming generations.
कमल गिरी गोस्वामी एक प्रतिष्ठित और प्रख्यात पौराणिक कथावाचक हैं, जो शंकर गिरि आश्रम में निवास करते हैं। उनका जन्म 1957 में भामा, जिला नर्सिंगपुर, मध्य प्रदेश में हुआ था। वे पिछले 26 वर्षों से लगातार धार्मिक कथाएँ प्रस्तुत कर रहे हैं, जिसमें श्री मद् भागवत महापुराण कथा, नर्मदा पुराण, श्री राम कथा, शिव महापुराण, विष्णु पुराण, और देवी भागवत महापुराण शामिल हैं।
धार्मिक और आध्यात्मिक योगदान:
प्रारंभिक जीवन और प्रेरणा:
परिवारिक धार्मिक परंपरा: महाराज श्री कमल गिरी गोस्वामी के अग्रज, स्वामी महेन्द्रानंद जी, स्वामी प्रेमानंद आश्रम जिलहरी घाट, जबलपुर और वर्तमान में अमरेश्वर महादेव मंदिर, अमरकंटक में निवास करते हैं। इनके मार्गदर्शन और आशीर्वाद से कमल गिरी गोस्वामी ने धार्मिक कथा वाचन में अपनी पहचान बनाई।
आध्यात्मिक मार्गदर्शक: उन्हें शंकराचार्य भगवान द्वीपीठाधीश्वर स्वामी श्वरूपानंद जी सरस्वती और शंकराचार्य पुरी पीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानंद जी सरस्वती सहित अनेक संतों और महंतों से आशीर्वाद प्राप्त हुआ।
धार्मिक कथाएँ और उपदेश:
शिव मंदिर और संत समाधी स्थल: गांव भामा में स्थित पुरातन शिव मंदिर और जीवित संत समाधी स्थल से उनका विशेष लगाव है।
कथावाचन की यात्रा: उन्होंने अभी तक 625 धार्मिक कथाएँ प्रस्तुत की हैं और अपनी ओजस्वी वाणी से हिंदू सनातन धर्म की महिमा का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।
धर्म प्रचार: उनकी प्रेरणा से 18-20 नए कथावाचक तैयार हुए हैं, जो धर्म प्रचार में सक्रिय हैं।
विशेष धार्मिक आयोजनों में सहभागिता:
श्री नर्मदा जयंती: नर्मदा जयंती के अवसर पर विशेष आयोजन।
हनुमान जन्मोत्सव: हनुमान जन्मोत्सव के पर्व पर भव्य कार्यक्रम।
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग: ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग तीर्थ स्थल पर आद्य शंकराचार्य जन्मोत्सव मनाना।
लक्ष्य और ध्येय:
धर्म का प्रचार-प्रसार: महाराज जी का मुख्य लक्ष्य शिव, राम, कृष्ण की महिमा और भारत के गौरवशाली इतिहास को जन-जन तक पहुँचाना है।
सनातन धर्म की ध्वजा फहराना: भारत के विभिन्न प्रांतों में अपनी ओजस्वी वाणी के माध्यम से हिंदू सनातन धर्म की ध्वज पताका फहराना।
संस्कृति और परंपरा का संरक्षण: भारत की सनातन परंपरा, संस्कार, संस्कृति, वेद मर्यादा, और शासन पद्धति का संरक्षण और प्रचार।
योगदान और उपलब्धियाँ:
धार्मिक शिक्षा: उन्होंने अनेक युवाओं को धर्म शिक्षा दी है और उन्हें धार्मिक मार्ग पर प्रेरित किया है।
विशाल शिवलिंग: अमरेश्वर महादेव मंदिर में विशाल 11 फीट महा शिवलिंग की स्थापना।
धर्म के प्रति निष्ठा: उनकी निष्ठा और समर्पण ने उन्हें भारत के विभिन्न प्रांतों में लोकप्रिय बना दिया है।
कमल गिरी गोस्वामी जी ने अपने जीवन को धर्म और आध्यात्मिकता के प्रति समर्पित कर दिया है और उनकी कथाएँ तथा उपदेश समाज में सकारात्मकता और धार्मिकता का प्रसार कर रहे हैं। उनके प्रयासों से हिंदू धर्म की शिक्षाएँ और परंपराएँ आने वाली पीढ़ियों तक पहुँच रही हैं।